हमारे लिए उसके दिल मे चाहत ना थी,
किसी खुशी मे कोई दावत ना थी,
मैने दिल उसके कदमो मे रख दिया,
पर उसे ज़मीन पे देखने की आदत ना थी..
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किसी से ना वफ़ा की उम्मीद कीजिये,
चाय पीजिये और सबको दफ़ा कोजिये...
Jitne wala nahi lekin kaha harana hai yes jane wala hi mahan hota hai
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