google.com, pub-4617457846989927, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Learn to enjoy every minute of your life.Only I can change my life.: द्रष्टिकोण सकारात्मक होना चाहिए।

Monday, November 4, 2019

द्रष्टिकोण सकारात्मक होना चाहिए।

*गुरू से शिष्य ने कहा: गुरूदेव ! एक व्यक्ति ने आश्रम के लिये गाय भेंट की है।*
*गुरू ने कहा - अच्छा हुआ । दूध पीने को मिलेगा।*
*एक सप्ताह बाद शिष्य ने आकर गुरू से कहा: गुरू ! जिस व्यक्ति ने गाय दी थी, आज वह अपनी गाय वापिस ले गया ।*
*गुरू ने कहा - अच्छा हुआ ! गोबर उठाने की झंझट से मुक्ति मिली।*
*'परिस्थिति' बदले तो अपनी 'मनस्थिति' बदल लो । बस दुख सुख में बदल जायेगा.।*
*"सुख दुख आख़िर दोनों मन के ही तो समीकरण हैं।*
*"अंधे को मंदिर आया देखलोग हँसकर बोले -"मंदिर में दर्शन के लिए आए तो हो,पर क्या भगवान को देख पाओगे ?*
*"अंधे ने कहा -"क्या फर्क पड़ता है,मेरा भगवान तो मुझे देख लेगा."*
*द्रष्टि नहीं द्रष्टिकोण सकारात्मक होना चाहिए।


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*बहुत शानदार *बात* लिखी है लिखने वाले ने।

गाँव में *नीम* के पेड़ कम हो रहे है पर घरों में *कड़वाहट* बढती जा रही है !

जुबान में *मीठास* कम हो रही है , और शरीर मे *शुगर* बढती जा रही है ! 

   

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