1. मिज़ाज में थोड़ी सख्ती लाज़िमी है मेरे हज़ूर, लोग पी जाते समंदर अगर खारा न होता |
2. खोटे सिक्के जो अभी-अभी चले हैं बाजार में, वो देखो कमियाँ निकाल रहे हैं मेरे किरदार में |
3. बेवक़्त, बेवजह, बेहिसाब मुस्कुरा देता हूँ, मेरे आधे दुश्मनो को तो मैं यूँ ही हरा देता हूँ |
4. सुना है की इस समुन्दर को बहोत गुमान आया है, उधर ही ले चलो कश्ती जिधर तूफ़ान आया है |
5. न तो तेरे आने की खुशी और न तेरे जाने का गम, बीत गया वो जमाना जब तेरे दिवाने थे हम |
6. मत पढा करो मेरी शायरी को इतने गौर से जनाब, कभी कुछ याद रह गया तो मुझे भूल नहीं पाओगे |
7. ऐसा कोई शहर नहीं, जहा अपना कहर नहीं, ऐसी कोई गली नहीं जहां अपनी चली नहीं |
8. देख दोस्त माचिस तो सिर्फ यूँ ही बदनाम है, वरना आग तो हमारी स्टाइल से भी लगती है |
9. हुकुमत हमारा ख्वाब है, पर तेरी गुलामी भी लाजवाब है, अगर तुम लड़किया शबाब हो, तो हम लड़के भी नवाब हैं |
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