पहचान की नुमाईश, जरा कम करें... जहाँ भी "मैं" लिखा है, उसे "हम" करें...
हमारी "इच्छाओं" से ज़्यादा "सुन्दर"... "ईश्वर" की "योजनाएँ" होती हैं...
पहाड़ो पर बैठकर तप करना सरल है... लेकिन परिवार में सबके बीच रहकर धीरज बनाये रखना कठिन है, और यही सच्चा तप है...
"ईश्वर" हमें कभी "सजा" नही देते... हमारे "कर्म" ही हमें "सजा" देते है..
हर "परिस्थिति" में "धैर्य" रखना... "ज्ञान" का सबसे बड़ा "संकेत" है..
"शांत" रहना सीखें... आपका "गुस्सा" किसी और की "जीत" है..
"सफलता" का "मुख्य आधार"... "सकारात्मक सोच" और "निरंतर प्रयास" है
"शरीर " का वजन बढ़े तो व्यायाम कीजिए...
"मन " का बढ़े तो ध्यान कीजिए..
और "धन " का बढ़े तो दान कीजिए..
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