Posts

अच्छे विचार करे विचार

  पहचान की नुमाईश, जरा कम करें... जहाँ भी "मैं" लिखा है, उसे "हम" करें... हमारी "इच्छाओं" से ज़्यादा "सुन्दर"... "ईश्वर" की "योजनाएँ" होती हैं... पहाड़ो पर बैठकर तप करना सरल है... लेकिन परिवार में सबके बीच रहकर धीरज बनाये रखना कठिन है, और यही सच्चा तप है... "ईश्वर" हमें कभी "सजा" नही देते... हमारे "कर्म" ही हमें "सजा" देते है.. हर "परिस्थिति" में "धैर्य" रखना... "ज्ञान" का सबसे बड़ा "संकेत" है.. "शांत" रहना सीखें... आपका "गुस्सा" किसी और की "जीत" है.. "सफलता" का "मुख्य आधार"... "सकारात्मक सोच" और "निरंतर प्रयास" है "चालाकी" चार दिन "चमकती" है... और "ईमानदारी" ज़िंदगी भर. "शरीर " का वजन बढ़े तो व्यायाम कीजिए... "मन " का बढ़े तो ध्यान कीजिए.. और "धन " का बढ़े तो दान कीजिए..

नाम जप

नाम जप करना जीवन में प्रभु को पाने का एक सुंदर मार्ग हैं,मन को नियंत्रित रखता है नाम जप। सरल और आसान लगता है पर उतना सहज नहीं है,आपको नाम जप हर समय करना है, ताकि एक पल आहे जब आप प्रभु से मिल जाय। नाम जप करते हुए प्रभु के बताए हुए मार्ग पर चलना है। मन में बहुत आतंक होगा, माया तुम्हे अपने पास खींच कर नाम जप से अलग करेगी। मन को एकाग्र करके शांत रखे। प्रभु पर विश्वास रखें। नाम जप ही जीवन में आने वाले कर्म को अच्छा करेगा। काम, क्रोध, लोभ, लालच, अहंकार, भय यह सब से परे होकर नाम जप करें। नाम जप में बहुत शक्ति होती है भक्ति करने की। आप भगवान राम जी के भक्त हनुमान जी को देखे हमेशा राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम नाम जप करते हैं । भक्त प्रह्लाद भगवान विष्णु जी की अराधना करते मंत्र ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः का जाप करते है। भक्तों में सर्वश्रेष्ठ देवर्षि नारद भगवान विष्णु जी के निरंतर भगवद-गुणों  नारायण-नारायण नारायण-नारायण नारायण-नारायण नारायण-नारायण का जप करते है ।